Mahashivratri 2025 : महाशिवरात्रि पर बन रहा 149 वर्षों बाद दुर्लभ संयोग, जानें चार प्रहर का मुहूर्त

Mahashivratri 2025 : हिन्दू धर्म का प्रमुख पर्व महाशिवरात्रि देशभर में धूम धाम के साथ मनाई जा रही है। सुबह से ही शिवालयों में अच्छी भीड़ देखी जा रही है। ज्योतिष की मानें तो इस वर्ष 149 वर्षों बाद पड़ रहे हैं। जो शिवभक्तों के लिए लाभकारी बताये जा रहे हैं। कोई भी शिवभक्त वंचित न रह जाये। इसलिए शिवालय पूरे 36 घंटे खुले रहेंगे। इस दिन मां पार्वती के साथ बाबा भोलेनाथ का विवाह हुआ था। इसलिए इस दिन महाशिवरात्रि मनाया जाता है। और बाबा महाकाल के साथ मां पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है।
Mahashivratri 2025 : शिव उपासक इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव को प्रसन्न करते हैं। और अपने जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा पा जाते हैं। ग्रहों के दुर्लभ संयोग के साथ-साथ श्रावण मास का परिध योग पड़ा हुआ है। इस योग में भोलेनाथ का उपासना करने से मोक्ष की प्राप्ति के योग बताये गये हैं। इतना ही नहीं धन वृद्धि, करियर में सफलता व नौकरी में तरक्की के मार्ग खुल जाते हैं।
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Mahashivratri 2025 : बताया जा रहा इस महाशिवरात्रि पर 11 बजकर 8 मिनट से रात्रि 10 बजकर 5 मिनट तक भद्रा रहेगा। लेकिन शिवभक्तों को घबराने की जरुरत नहीं है। बाबा महाकान कालों काल हैं। शिव भक्तों की उपासना पर भद्रा खलल नहीं डाल पाएगा।
पूजा मुहूर्त
रात्रि प्रहर – शाम 06:29 से रात 09 बजकर 34 मिनट तक
रात्रि द्वितीय- रात 09:34 से 27 फरवरी सुबह 12 बजकर 39 मिनट तक
रात्रि तृतीय – 27 फरवरी को रात 12:39 से सुबह 03 बजकर 45 मिनट तक
रात्रि चतुर्थ – 27 फरवरी को सुबह 03:45 से 06 बजकर 50 मिनट तक