Save Hasdev : सांसों के सौदागार हो जायें सावधान!, धरती जरुरतों को पूरा करती है लालच को नहीं
रायपुर। Save Hasdev : धरती हमारी जरूरतों को पूरा कर सकती हैं लालच को नहीं. ये लाईन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की है। जो आज के परिवेश में सांसों के सौदागरों पर फिट बैठ रही है। जो हसदेव के लाखों पेड़ों को धड़ाधड़ काट रहे हैं। दुनियाभर के लोग हसदेव के कटते पेड़ों का विरोध कर रहे हैं। बाजवूद जिम्मेदार राजनेता आंखें मूंदे बैठे हैं। और सांसों के सौदागर के लालच में सहभागी बन रहे हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन्य प्रेमी आलोक शुक्ला ने ट्वीट करते हुये लिखा है-धरती हमारी जरूरतों को पूरा कर सकती हैं लालच को नहीं – महात्मा गांधी
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Save Hasdev : पौधे जरूर लगायें लेकिन जो हमारे प्राकृतिक वन हैं उनके विनाश के खिलाफ आवाज अवश्य बुलंद करें। जल, जंगल, जमीन, पर्यावरण बचाने चल रहे सभी आंदोलनों की एकजुटता की अपील के साथ विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई!
धरती हमारी ज़रूरतों को पूरा कर सकती हैं लालच को नहीं – महात्मा गांधी
पौधे ज़रूर लगायें लेकिन जो हमारे प्राकृतिक वन हैं उनके विनाश के ख़िलाफ़ आवाज़ अवश्य बुलंद करें ।
जल, जंगल, ज़मीन, पर्यावरण बचाने चल रहे सभी आंदोलनों की एकजुटता की अपील के साथ विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई ! pic.twitter.com/hm4eBtS7IA
— Alok Shukla (@alokshuklacg) June 5, 2024